Duniya Ki Bheed Me Song Lyrics in Hindi
दुनिया की भीड मे….. क्यो खो रहा…..
मिलेगा कुछ भी न फल….. जो बो रहा…..
हम्म्म…..
दुनिया की भीड मे….. क्यो खो रहा…..
मिलेगा कुछ भी न फल….. जो बो रहा…..
तू आजा घर लौट आ….. आ बेटे घर लौट आ…..
मै ढूँढू उस भेड को….. जो खो गयी…..
गुनाहो की जेल मे….. बंद हो गयी…..
(2)
तू आजा घर लौट आ….. आ बेटे घर लौट आ…..
दुनिया की भीड मे….. क्यो खो रहा…..
मिलेगा कुछ भी न फल….. जो बो रहा…..
गुनाहो मे था अब तलक, तु जो धसा…..
मकडी के जाल मे….. था जो फसा…..
(2)
तू आजा घर लौट आ….. आ बेटे घर लौट आ…..
दुनिया की भीड मे….. क्यो खो रहा…..
मिलेगा कुछ भी न फल….. जो बो रहा…..
तू आँखे अब खोल कर….. सब जाँच ले…..
तू सच और जूठ को….. अब माप ले…..
(2)
तु आजा घर लौट आ….. आ बेटे घर लौट आ…..
दुनिया की भीड मे….. क्यो खो रहा…..
मिलेगा कुछ भी न फल….. जो बो रहा…..
तु आजा घर लौट आ….. (2)
तु आजा….. घर….. लौट….. आ….. (2)