यह मार्ग बहुत सकरा और तंग है ,
कौन इस पर चल पाएगा ,
मित्र बहुत कम है , साथी कोई नहीं है ,
लेकिन उद्धार का मार्ग यही हैं ।
कष्टों का अन्त करने को , संतो को साथ ले जाने ,
प्रभु यीशु जल्द आ रहा ( 2 )
घटियां सब दूर होगी , आंसू सब पोंछ डालेगा ,
सारे दुःख खत्म होंगे ( 2 )
- मेरे दुल्हे के सिवाय और कोई नहीं है ,
इस कांटों भरी राह में मेरे साथ ( 2 )
जरूरतें काफी हैं , वायदों पर भी निर्भर हूँ ,
वचन उसका अटल है सदा ( 2 ) - दौड़ पूरा होने तक पवित्र लहू से और ,
जीवित वचन के द्वारा ( 2 )
पवित्र आत्मा के दुआरा पवित्र हो जाना है ,
कलंक और झुर्रा के बिना ( 2 ) - घर के लोग खिलाफ जो जाएं , मित्र भी निन्दा करें ,
मेरा यीशु सदा जीवित है ( 2 )
जो कुछ मैंने छोड़ा तेरे लिए हैं प्रभु ,
और तेरे वचन के निमित है ( 2 ) - इस आंसुओं की वादी में , निन्दा भी कम नहीं ,
यीशु फिर भी तसल्ली देता ( 2 )
यीशु की गवाही और सच्चे वचन के लिए ,
सब कुछ सहता हूँ मैं ( 2 ) - मैं घटता जाऊँ , यीशु मुझमें बढ़ें ,
सारी महिमा उसी को मिले ( 2 )
उसके लिए मरना पड़े , मुझे परवाह नहीं है ,
पर हजारों को जीवन मिले ( 2 )